पर एकदम सत्य वर्णन से वह प्रभावी और हानिकारक हो जायेगी ।
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वाल्मीकि ने रावण की विजय यात्रा और पथ का सत्य वर्णन किया है और बलूचिस्तान के ग्रामीण उसकी पुष्टि करते हैं।
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‘पत्ते-पत्तेकी तलवार बनी और घर-घर किला बना, घर-घरकी माताएं, बहनें अपने पतियोंको राजाजीके बलिदानका प्रतिशोध लेनेको कहने लगी' इसप्रकार उस कालका सत्य वर्णन किया गया है ।
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दावानल के समय हमेशा रिमझिम वारिश होती है जलती लपटों के समीपजल भरी गुफाएं होती हैं शीतल आश्रय आगे आते, जब जब झुलसे मेरे गीत!चन्दन लेप लगा ममता ने,खूब सुलाए,घायल गीत!बहुत सार्थक और सत्य वर्णन करते हैं आपके गीत |शुभकामनायें
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बंदेमातरम अपने बहुत अच्छा लिखा है मुस्लिम प्रब्रिती क़ा सत्य वर्णन है इन्हें जीवन भर लड़ना ही है क्यों की इनका स्वभाव ही ऐसा है इस नाते इनके साथ शठे, शाठ्यम,समाचरेत क़ा ब्योहर करना चाहिए वह दिन दूर नहीं जब ये रक्षी प्रब्रितिया समाप्त हो जाएगी. धन्यवाद.
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बंदेमातरम अपने बहुत अच्छा लिखा है मुस्लिम प्रब्रिती क़ा सत्य वर्णन है इन्हें जीवन भर लड़ना ही है क्यों की इनका स्वभाव ही ऐसा है इस नाते इनके साथ शठे, शाठ्यम,समाचरेत क़ा ब्योहर करना चाहिए वह दिन दूर नहीं जब ये rakshasi प्रब्रितिया समाप्त हो जाएगी. धन्यवाद.
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बंदेमातरम अपने बहुत अच्छा लिखा है मुस्लिम प्रब्रिती क़ा सत्य वर्णन है इन्हें जीवन भर लड़ना ही है क्यों की इनका स्वभाव ही ऐसा है इस नाते इनके साथ शठे, शाठ्यम, समाचरेत क़ा ब्योहर करना चाहिए वह दिन दूर नहीं जब ये रक्षी प्रब्रितिया समाप्त हो जाएगी.
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पहले वेद-उपनिषद् आदि में घटनाओं का सत्य वर्णन किया जाता था, पौराणिक काल में सत्य को सोदाहरण कथारूप में लिखा जाने लगा, ताकि सामान्य जन समझ सके व उचित राह पर चल सके | आगे चलकर कथाओं-गाथाओं का जन्म हुआ जो सत्य-व वास्तविक घटनाओं, पात्रों, चरित्रों के आधार पर कहानियां थीं-' एक राजा था ', ' एक समय..